रिया को ब्लैकमेल कर के रूम में बुला के चोदा

Antarvasnax Sex Story – आज तक दोस्तो मैंने दुसरो की लिखी कहानियों को पढ़ा है लेकिन आज मैं अपनी कहानी आप सबको पढ़ने के लिए लिख रहा हूँ। मैंने अलग अलग तरह की जैसे मस्तराम, अन्तर्वासना, कामवासना,रिस्तो में चुदाई और भी बहोत सारी हिन्दी सेक्स कहानीयों को पढ़ा है। तो मैंने भी सोचा कि आज अपनी भी कहानी लिखी जये।

मेरा नाम जीवेश है,मेरी उम्र अभी 24साल है। मेरी पढाई पूरी हो गयी थी यो मैं जॉब की तलाश में था और ज्यादा तर घर पे ही रहता था। वैसे मेरा घर पंजाब में है लेकिन मैं दिल्ली में एक रूम लेके रहता था। मैं एक सस्ते से मकान में रहता था। जिसके छत पे एक कमरा था। मेरा नीचे एकं और फैमिली किराए पे रहती थी। उसके नीचे मकान मालिक खुद रहता था।

मेरा नीचे जो फैमिली रहती थी उसकी एक बेटी और एक बेटा। बेटी जिसका नाम रिया था उसकी उम्र अभी 18 साल थी और वो एक उभरती हुई जवान लड़की थी। साथ मे सुन्दर और मस्त से फिगर। सच बताऊ मैं उसके पीछे फिदा था लेकिन कुछ करने से पीछे हट जाता था। क्योंकि ये बात किसी को पता चली तो मुझे रूम खाली करना पर जाता।

और दिल्ली में रूम मिलना बहोत मुश्किल है वो भी कम दाम में, दूसरी बात की वो मुझसे बात भी नहीं करती थी। उसके मम्मी पापा भाई सबसे मेरी बात होती थी लेकिन वो जैसे कि घमंडी हो। मैं उसे पटा भी नही सकता था क्योंकि न तो मैं उतना दिखने में सुन्दर था और न मेरे पास उतना पैसा था। बस उसे देख के मूठ मार लेता था। वो जो कपरे पहनती थी जिसमे उसका फिगर तो अच्छे से दिख जाता था।

कभी नाभि दिखा रही होती तो कभी टंगे मेरा तो उसे देख के ही खड़ा हो जाता था। एक दिन तो वो ऑरेंज कलर की क्रॉप टॉप और ब्लैक जीन्स में बरे सज धज के घर से निकली मैं सोचा की अक्सर ये इतना सज संवर के कहा जाती है। आज इसका पता लगता हूँ उसके पीछे पीछे मैं भी चल दिया। मैं उससे थोड़ा दूर था कि उसे पता नही चले।

वो मोहल्ले के बाहर गयी कि एक लड़का कार से आया और उसे बैठा के ले गया। मैं पैदल था तो मैं जल्दी से एक ऑटो ले लिया और उस कार के पीछे चले को कहा। कार एक पार्क के बाहर जाके रुकी वो उस लड़के के साथ हाथ मे हाथ डाल के अंदर चली गयी। मैं भी अंदर आ गया और उस दोनो को खोजने लगा था। बहोत खोजने के बाद वो दोनों एक कोने में बैठे हुए मिले।

वो एक पेर की आर में बैठे हुए थे जो जरूर उसका बॉयफ्रैंड था। कुछ देर बाद वो दोनों किश करने लगे थे। मैं ये देख सोचा कि वैसे तो घर पे सती सावित्री बनती है और यह ये रासलीला चल रही है। मैंने चुपके से उस दोनो की फ़ोटो ले ली किश करते हुए। मैं उस वक़्त वहाँ से चला गया।
मैं घर आ गया और उसको ब्लैक मेल करने का सोच लिया था। मुझे तो उसके घर आने का इंतज़ार था।

मैं उसे बात नहीं कर सकता था तो मैंने उसके फेसबुक पे वो फाटो भेज दी। सीधा रात को मैसेज आया आप ये फोटो कहा से ले लिया। मुझसे मैसेज में रिक्वेस्ट करने लगी उसके घर मे फ़ोटो नही दिखाने के लिये। मैं बोला कि जो भी बात करनी है सुबह मेरे रूम में आ जाना। तबतक के लिए मैंने उसे ब्लॉक कर दिया।

वो सुबह सुबह कपड़े पसरने के बहाने छत पे आयी और मेरे रूम में आ गयी। मेरा रूम खुला ही था वो सीधे से आके बोलने लगी कि आप क्यों मेरी फाटो लिए मैं तो आपको भैया की तरह मानती थी। मैंने भी बोल दिया की मैं भी तुम्हे बहन समज रहा था लेकिन कल के नज़रे को देख के तुम्हे बहन नही बोल सकता।

वो प्लीज आप मेरे घर मे ये किसी को नही दिखाना नही तो मेरी इज़्जत नही रहेगी। पापा मुझे घर से निकाल देंगे मैंने बोला की एक शर्त पे कल तुम कॉलेज नही जाके ऊपर मेरे रूम में आ जाना। वो संकोच कर के बोली क्या काम है। मैं बोला कि कल आओ तब बताता हूँ अभी जाओ।उस वक़्त चली गयी मैं तो बस उसके कल होके आने के इंतज़ार में था।

सुबह 9 बज रहा था तभी मेरे गेट नॉक हुआ मैं समझ गयी कि वही है। मैन गेट खोला तो वो क्या लग रही थी। ब्लैक कलर की एकदम सेक्सी टॉप और ब्लू जीन्स में एकदम पटका लग रही थी। उसे बोला बेड पे ले गया और गेट लॉक किया। वो बोली क्या बात है मुझे यहाँ क्यों बुलाया है आपने तो उससे पूछ दिया कि सच बताओ तुमने अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स किया है।

वो बोली है एक बार गलती से हो गया था। मैं उससे बोला तो एक बार गलती से मेरे साथ भी कर लो। वो एकदम से गुस्सा हो गयी और बोली कि मैं तो आपको अच्छा इंसान समझती थी। आप तो हरामी निकली मैंने उसे एक थप्पड़ लगया। कहा कि मेरे छोड़ अगर ये फाटो तेरे बाप को दिखा दु तो समझ तू क्या रहेगी। वो रोने लगी और बोली आप जैसा बोलोगे मैं वो करूंगी।

मैं अब बेड पे उसे बिठा दिया और बोला की तुम रो नही मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ। मैं उसकी होठ को किस कर दिया वो मेरा साथ नही दे रही थी। मैंने उसे उठा के अपने गोद मे बिठा लिया और किस करने लगा था। वो अब न चाहते हुए भी किश करने लगी हुई थी। मेरा हाथ उसकी चुचियो पे था मैं धीरे धीरे उसकी चुचियो को दबाने लगा था। वो मोअन कर रही थी और गर्म भी हो रही थी।

मैंने अब उसकी टॉप की बटन को खोल दिया। टॉप को हल्का नीचे कर के उसके गर्दन पे चूमता हुआ उसकी चुचियो की धार में घुस रहा था। वो मेरे सेर को पकड़ ली थी। उसके चुचियो से गजब की गंध आ रही थी। वो पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी। मैं उसकी चुचियो में घुसा जा रहा था। वो मुझे हटने की कोसिस भी कर रही थी

मैं चुचियो को ब्रा से बाहर निकाल दिया था। उसकी चुचियो को दबोच लिया और मुह में भर के काट रहा था। वो चट पट कर रही थी मैं जोर जोर से दबा रहा था। मैंने अपनी टीशर्ट को खोल दिया और अब उसकी जीन्स को खोल रहा था। मैंने एक बार मे जीन्स कीच दिया। मैं अब उसकी टांग को फैला के उसके चूत पे मुह रख दिया।

मैं एकदम उसकी चूत को चूसे जा रहा था। उसने अपनी जांघ को बांध लिया। मेरा पैंट से बाहर आने को तृप्त हो रहा था। मैंने अपनी पैंट को खोल दिया और अब उसे बोला चुसने को वो बिना मन किये राज़ी हो गयी। वो अब एकदम चुदने के लिए तैयार थी।मैं ले गया और वो मुह में लेके चूस रही थी।

वो एकदम रंडी के तरह मेरे लण्ड को चूस के मुझे मज़ा दे रही थी। उसे अच्छे से लण्ड चुसने आता था। मैंने बोला कि अब अब लेट जा चोद दु। वो बोली आप ये सब कर के रहने दो सेक्स में बहोत दर्द होता है। मैं बोला वो पहली बार था इसलिए हुआ होगा अब नही होगा चलो लेट जाओ। वो डरते हुए लेट गयी मैं उसके ऊपर आ गया।

मैंने उसकी चूत पे लण्ड रख के धका दिया। तो लण्ड आधा ही अंदर गया कि वो दर्द से कराह उठी मैंने उसका मुह बन्द कर दिया। एक और जोर का धका दिया और पूरा लण्ड पेल दिया। वो रोने लगी थी लेकिन मैंने उसकी चूत मरने में कोई कसर नही छोड़ी थी। मैं जोर जोर से चोदे जा रहा था।
वो मना कर रही थी मत करो लेकिन कुछ बोल नही पा रही थी बस इसारे कर रही थी।

कुछ देर करने के बाद उसे आराम हुआ। अब वो धीरे से मजे भी ले रही थी। वो ऊह आआह कर रही थी। वो अब झर भी गयी थी लेकिन मैं किये जा रहा था।। उसके कुछ देर बाद मैं झरने वाला था तो लण्ड बहार निकाल के सारा माल गिरा दिया। मैं उसी के ऊपर लेता था। वो दर्द ऊह ऊह कर रही थी। उसके बाद मैंने उसकी 2 बार और चुदाई की।

वो उस वक़्त तो चली गयी लेकिन उस दिन के बाद से वो अक्सर मेरे से चुदने लगी थी। जब भी मेरा मन करता वो चुप के मेरे रूम में आ जाती थी। मैं उसे चोद चोद के रंडी बना चुका था।

Some Antarvasnax Sex Story In Hindi

Sharing Is Caring: