Girlfriend ki dost ko chod k santust kiya

Group Sex Story – हेल्लो दोस्तो मैं आशीष आज मैं अपनी एक और कहानी आप सभी फ्री सेक्स कहानी पढ़ने वालों के सामने प्रस्तुत कर रहा हूं। ये कहानी है मेरे गर्लफ्रैंड की दोस्त निकिता के साथ कि कैसे वो मेरे साथ सेक्स करने के लिए जिद की और फिर मैंने उसे चोद के संतुष्ट किया।

मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। ये बात है मेरे कॉलेज के दिनों की, कॉलेज में मेरी एक गर्लफ्रैंड थी, नेहा। मैं उससे बहोत प्यार भी करता था और हमारे बीच बहोत बार सेक्स हो चुका था।

हम दोनों अपने फैमिली ओ साथ रहते थे इसलिए हम सेक्स के लिए नेहा की एक दोस्त थी निकिता, उसी के घर जाया करते थे। उसके मम्मी पापा दोनो जॉब में थे और वो घर मे अकेली थी।

तो हम दोनों उसकी के घर चले जाते थे। हमे सेक्स में कोई दिक्कत भी नही होती थी जिस दिन मन करता उस दिन हम सेक्स करते थे।

वैसे तो मेरी गर्लफ्रैंड बहोत सुन्दर थी लेकिन उससे भी सुन्दर उसकी दोस्त थी जिसके घर हम जाया करते थे। लेकिन उसका पहले से बॉयफ्रैंड थे इसलिए मैं उसके ऊपर ध्यन भी नही देता था। हमेसा की तरह एक दिन हम दोनों उसके घर सेक्स करने गए।

वो हमें एक रूम दे देती थी और 2-3घण्टे सेक्स कर के निकल जाते थे। उस दिन भी जब हम उसके घर पे सेक्स कर रहे थे तो कुछ देर बाद नेहा की दोस्त बुलाई और बोली कि मुझे तुम दोनों का सेक्स देखना है।

मैं तो ये सुन के दंग रह गया कि ये क्या बोल रही है। वो बोली कि तुम्हरे इस मदहोश आवाज को सुन के मेरा मन तुम दोनों को देखने को कर रहा। बात ये थी कि उसका बॉयफ्रैंड तो था लेकिन वो दूसरे शहर काफी दूर रहता था। वो दिल्ली महीना दो महीने पे आता था।

जिससे निकिता को सेक्स का आनंद उठाने का मौका नही मिल पाता था। वो सेक्स के लिए तरसती थी। मेरी गर्लफ्रैंड उससे बोली ये तुम क्या बोल रही हो। उसकी दोस्त जिद करने लगी कि या तो तुम मेरी बात मान लो नही तो मेरे घर मे सेक्स नही करो। अब मेरी गर्लफ्रैंड सोच में पर गयी। मैं ये सब बातें अंदर रूम में ही रह के सुन रहा था।

नेहा बोली कि अगर मैं मान भी जाऊ तो आशीष नही मानेगा। मैं तो मन। ही मन सोच रहा था आने दो ऐसे भी अपने लण्ड का स्वाद चखा दूंगा। उस दोनो के बकझक के बाद दोनो रूम में आ गयी।

मैं सिर्फ टॉवेल में था और मैं जान बुझ के चौक के बोल दिया निकिता क्यों आयी है। मेरी गर्लफ्रैंड बोली कि ये हम दोनों को सेक्स करते हुए देखना चाहती है। अगर हमने मना किया तो ये हमे अपने घर मे सेक्स नही करने देगी।

मैं बोला अगर तुम्हें कोई दिक्कत नही तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है। निकिता मुस्कुराते हुए बोली देखी तुम ऐसे ही डर रही थी। फिर मैंने अपना टॉवल हटा दिया और नेहा को अपनी ओर किचा उसे किस करने लगा। धीरे धीरे हम दोनों उसके सामने अपने सेक्स की प्रतिक्रिया करने लगे थे।

वो हम दोनों को देख के जोश में आने लगी थी। हम दोनों बेड पे सेक्स कर रहे थे और निकिता सोफे पे बैठ के हमे घूर रही थी। उसका एक हाथ उसके चुचियो पे और दूसरा उसके चूत पे था। मैं उसकी ओर घूम के नेहा को पेल रहा था।

अब निकिता से रहा नही गया और वो उठ के हमारे पास आ गयी क्योंकि वो पूरी गर्म हो गयी थी। मैं पीछे से नेहा की चूत चोद रहा था और निकिता नेहा की चुचियो को दबाने लगी। नेहा कुछ नही बोली उसे तो और मज़ा आने लगा था। मैं समझ गया था कि अब आज मैं निकिता की चूत में भी लण्ड डाल दूंगा।

बस एक बार नेहा को संतुष्ट कर दु। मैं जोर जोर से उसकी चूत में धके देने लगा और नेहा झर गयी और बेड पे गिर गयी लेकिन मेरा नही हुआ था। मेरे लण्ड अभी भी फंफना रहा था।

निकिता अब नेहा को किस करने लगी थी। नेहा तो पूरी तरह से कामवासना में डूबी हुई थी उसे कुछ पता कहा वो तो बस सेक्स का मज़े ले रही थी। निकिता उसे चूमते हुए मेरे पास आ गयी और मेरा लण्ड नेहा की चूत में था और मैं निकिता के साथ किस करने लगा था।।

हम तीनों अन्तर्वासना में डूब चुके थे। मैंने निकिता का टॉप उतार दिया और उसे बेतहासा चुंमने लगा। तभी नेहा ने बोला कि ये तुम दोनों क्या करने लगे। तुम तो बोली सिर्फ देखना है और तुम यहाँ तक आ गयी।

निकिता बोली यार तुम्हे तो पता है कि मेरा बॉयफ्रैंड कितने दिनों में आता है। मेरे अंदर भी सेक्स के उतेजना बढ़ गयी तुम दोनों को देख के आज हम तीनों थ्रीसम करते है और ये बात किसी को पता भी नही चलेगा।

नेहा मेरी ओर देखी मैं बोला कि ऐसा है तो मैं नेहा समझ के तुम्हरे अंदर की कामवासना को सांत कर दूंगा। मन ही मन तो मैं निकिता को चोदने को बेताब हो रहा था। निकिता ने जल्दी जल्दी अपना सारा कपड़ा उतार दिया। वो नंगे होके एकदम सेक्सी लग रही थी मेरी गर्लफ्रैंड से भी ज्यादा हॉट थी।

वो अब मेरे बेड आयी और मेरे लण्ड चुसने लगी। नेहा निकिता के चुचियो को दबा रही थी। मैं नेहा के चुचियो को दबा रहा था। क्या गजब का मज़ा था इस थ्रीसम में, अभी तो सुरु हुआ था और इतना मजा आ रहा था

आगे तो बहोत कुछ करना है। कुछ देर बाद निकिता मेरा लण्ड छोर के नेहा के चूत को चुसने लगी। मैं निकिता के चूत चाट रहा था। हम तीनों एकदूसरे के बदन को चूम रहे थे। ये आनंद मुझे जन्नत का मज़ा दे रहा था।

अब बारी निकिता के चूत की चुदाई की थी। निकिता नेहा के चूत को चाटे जा रही थी और मैं अब निकिता की चूत पे लण्ड रख दिया और लण्ड एक बार मे अंदर घुसेड़ दिया। निकिता के मुह से आआह निकल गई, वो काफी दिनों के बाद चुद रही थी और उसके बॉयफ्रैंड से मेरा लण्ड भी मोटा था। हम तीनों एक विचित्र पोज़ में थे।

मैं निकिता को चोद रहा था,निकिता नेहा के चुचियो को दबा रही थी और मैं नेहा की चूत भी चाट रहा था। तीनो एक दूसरे को भरपूर मज़ा दे रहे थे। कुछ देर बाद मैं निकिता के अंदर झर गया हम तीनों एक दूसरे के बदन से खेल रहे थे।कभी मैं नेहा ऊपर तो कभी निकिता मेरे ऊपर थी।

अब नेहा का मन फिर से चुदने को हो गया मैं अब नेहा की चुदाई में लग गया और फिर उसी तरह नेहा निकिता की चूत को चाट रही थी और निकिता के चुचियो कोदबा रहा था।ये सिलसिला ऐसे ही उटल फेर चलता रहा और मैं दोनो को चोदते चोदते थक गया गया था।

अब दोनों मिल के मेरे लण्ड बड़ी बड़ी से चुसने लगी थी।मैं बेड पे लेता हुआ था और दोनों मेरे लण्ड को चूसे जा रही थी। कुछ देर बाद मैं दोनो में चेहरे के ऊपर अपना सारा माल झार दिया।

दोनो मेरे अगल बगल आके सो गई। मैं पहली बार थ्रीसम का मज़ा ले रहा था। नेहा और निकिता मेरे लण्ड के चुदाई से खुश लग रही थी। निकिता के अंदर तो अलग ही संतुष्टि थी। जैसे उसकी बरसों की प्यास बुझ गयी हो। मेरा लण्ड खरा देख अब वो दुबारा मेरे ऊपर आ गयी और अपने चूत में लण्ड लेके चुदने लगी।

मेरे अंदर अब जान नही बची थी लेकिन निकिता तो बस कूद कूद के खुद को संत कर रही थी। 10 मिनट बाद वो झर गई।

हमे सेक्स करते करते शाम हो गया था। निकिता के मम्मी पापा आने वाले थे। इसलिए मैंने और नेहा ने कपड़ा पहन के वहाँ से निकल गए। उस दिन के बाद मेरे से दो दिन तक सेक्स नही हुआ। क्योंकि आज तक ऐसी दमदार चुदाई मैंने कभी नही की थी। फिर तो आदत सा हो गया था अब हम तीनों साथ मे सेक्स करते थे।

निकिता ने अपने बॉयफ्रैंड से ब्रेकअप कर लिया वो मेरी गर्लफ्रैंड बन गयी। हम तीनों साथ साथ एक दूसरे के एन्जॉय करते और एक दूसरे को भरपूर मज़ा देते थे।

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