गर्लफ्रैंड के साथ उसकी माँ को भी चोद आया

Free Sex Stories – नमस्ते दोस्तो कैसे हो आप सब लोग मैं आपका एक दोस्त जो आज आप सबको एक नई सेक्स की कहानी बताने वाला हूँ। जैसे आप लोग सेक्स स्टोरी पढ़ने आते है उसी तरह मैं भी रोजाना सेक्स की नई नई और मज़ेदार कहानिया पढ़ने इस साइट पे आता हूँ। लेकिन आज मैं अपनी एक मजेदार सेक्स की कहानी लिख रहा हूं।

ये मज़ेदार इसलिए है क्योंकि मैं अपनी अपनी गर्लफ्रैंड की मम्मी को चोद लिया तो उसी दस्ता को सब्दो में डाल रहा हूँ। मेरा नाम शिवम है। मेरी उम्र अभी 20 साल है मैं दिल्ली में रहता हूँ। दिखने में मैं बहोत स्मार्ट हैंडसम हूँ और मैं बॉडी से अच्छा हु क्योंकि मैं रोज जिम भी जाता था। मेरी एक गर्लफ्रैंड है जानवी जिसके साथ मैं उसकी के घर मे सेक्स अक्सर सेक्स करता हूँ।

मेरी गर्लफ्रैंड के पापा एक बिज़नेस करते है तो वो बाहर आते जाते रहते है और उसकी माँ भी जॉब करती है। उसके घर मे नौकर है लेकिन मेरे आने से कोई दिक्कत नही होती है क्योंकि उसके घर मे सबको मालूम है कि मैं जानवी का दोस्त हूँ। मैं उसके मम्मी पापा से भी मिल चुका हूँ। तो उसके घर आने जाने में कोई दिकत नही थी। जब भी उसके पापा कही बहार जाते और मम्मी जॉब पे रहती मैं जानवी के घर पाउच के सेक्स करता था।

तो एक दिन कुछ ऐसा ही हुआ उसके पापा काम को लेके सहर के बाहर गए हुए थे। उस दिन उसकी मम्मी के ऑफिस में एक पार्टी थी तो वो देर से आने वाली थी। मैंने जानवी ने प्लान बना लिया कि आज भी सेक्स करेंगे और आज तो काफी समय भी होगा हमारे पास सेक्स के लिए। मैंने इसी बात को सोच के उस दिन सेक्स करने वाली दवा खा ली थी।

मैं जानवी के साथ और दिन के मुकाबले बहोत ज्यादा बेरहमी से चुदाई कर रहा था। मैंने पहली बार वो दवा खयी थी उसका असर कुछ ज्यादा ही लग रहा था। मैं जानवी की दिन से लेके शाम तक चुदाई की थी। उसकी तो हालत खराब हो गयी थी। वो अब खरे होने के लायक नही थी। समय 9 बज गए थे मैं भी थक गया था। लेकिन मेरा मन नही भरा था।

मैं जानवी को देख के छोर दिया कि अब ये लण्ड लेने के लायक नही है। मैं कपड़ा पहन लिया और जानवी को बोला कि कपरे पहन लो तो वो बोली कि तुम अभी जो मैं पहन लुंगी मम्मी को आने में अभी काफी समय है। तो उसे उसी तरह नंगा छोड़ के जाने लगा। उसका रूम का गेट भी खुला हुआ था वो तो बेड पे परी हुई थी।

मैं जोहि उसके रूम से निकल के नीचे आया की सामने उसकी मम्मी आ गयी थी। मैं तो उन्हें देख के डर गया। वो बोली तुम अभी यहाँ क्या कर रहे हो वो गुस्से में बोली, मैंने कहा कि मैं जानवी से मिलने आया था वो पढ़ाई करने था। वो बोली इते रात तक कोनसी पढ़ाई हो रही थी चलो मैं भी देखती हूँ। वो मुझे पकड़ के जानवी के रूम की ओर ले गई।

गेट वैसे ही खुला हुआ था और जानवी नंगी सोई हुई थी। वो समझ गयी कि क्या माजरा है वो मेरा कॉलर पकड़ के निचे लायी और मुझे थप्पड़ लगया। तुम मेरी बेटी के साथ सेक्स करने आये थे और उसे इस तरह चोद के जा रहे हो। आंटी ने सईद थोड़ी पी ली थी उसके मुह से सराब की गंध आ रही थी। वो बोली मेरे जवान बेटी के साथ तुमने सब लर लिया।

एक बात दोस्तो मैं आपको बताना भूल गया कि मेरी गर्लफ्रैंड की मम्मी भी उसी की तरह बहोत सेक्सी थी। वो सरीर से थोड़ी हेल्थी थी लेकिन उनके चुचिया 2-2किलो से कम के नही होने। वो एक मोटी गण्ड वाली मस्त आंटी थी। जो अभी ऐसी है तो अपनी जवानी में तो कहर धा देती होगी। मेरी नज़र तो उनके चुचियो पे जा रही थी क्योंकि वो ब्लाउज भी डीप गले का पहनी हुई थी।

वो अचानक सांत हो गयी और बोली कि चलो अच्छा ही है मैं ना सही कम से कम मेरी बेटी तो सेक्स का मज़ा अच्छे से ले रही थी। तभी मैंने बोला ऐसा क्यों बोल रही हो आप तब वो बोली कि दारू पीते हो। मैं हा बोला तो वो बोली जाओ फ्रीज़ से दारू की बोतल ले आओ। मैं बोटल ले आया तब तक खाने की टेबल पे वो बैठी हुई थी।

मैं दारू की पैक बना के उन्हें दिया और खुद भी पीने लगा। वो उदास होके बोल रही थी कि जानवी के पापा को बस काम मे लगे रहते है। वो तो मेरे ऊपर अब एकदम ध्यन नही दे रहे है मेरे अंदर की कामवासना कब से सांत नही हुई है। बोलते हुए उनकी साड़ी की पल्लू नीचे गिर गयी। उनकी चुचियो का आकर साफ पता चल था। उनकी वो गढ़े वाली धोरी तो क्या गजब लग रही थी।

एक तो मेरे ऊपर दवा के नशा ऊपर से दारू का नशा और साथ मे आंटी की वो धोरी देख के तो मेरा दिमाग घूम रहा था। मुझसे बर्दाश्त नही हुआ और मैं आंटी के पास जाके उनकी नाभि में किस कर दिया। वो मुझे रोकी भी नही मैं किस करता हुआ ऊपर आ गया और उनकी चुचियो को दबा दिया। उन्होंने एक तेज की सास ली मैं और ऊपर गया और आंटी ने मुझे किश कर लिया।

आंटी नशे में चूर और सेक्स के लिए भुकी भी थी। मुझे तो अभी किसी की चूत मिल जाती तो मैं चोद लेता। हम दोनों किश करने लगे थे। मैं उनके साथ किश करता हुआ उनकी रूम में चला गया था। उन्होंने मुझे धका दिया और अपनी ब्लाउज और सारी को उतार के मेरे पास आ गई। आंटी भूरे रंग की ब्रा और साये में थी।

मैं उन्हें बाहों में भर लिया वो मुझे हर जगह चुम रही थी। फिर वो मुझे उठा के टीशर्ट को खोल दी। मेरे पूरे सरीर को किस कर रही थी वो एकदम से जोश में लग रही थी। वो सेक्स की बुखि लग रही थी। मैंने उनकी ब्रा की हुक को खोल दिया उनकी निप्पल भी एकदम कड़क थी मैंने उनकी चुचियो को पकड़ लिया। उन्हें बेड पे लिटा के उनकी बड़ी बड़ी चुचिया दबाने लगा था।

उनकी चुचिया एकदम दूध की थैली की तरह थी। मैं उनकी चुचियो को चूमता हुआ नीचे की ओर गया और उनकी नाभि में जीभ डाल के किस कर रहा था। फिर मैंने उनके साये को खोल दिया आंटी बिना पैंटी के थी। उनकी चूत पे बहोत बाल थे। इसलिए मैं उसे चाटे नही। अब मैंने अपना पैंट खोल दिया और अब उन्हें चोदने की सोचने लगा।

मैं अब उनकी चूत पे लण्ड टिका के दिया और एक ही धके से लण्ड अंदर घुस गया। उनके मुह से उफ्फ निकली लेकिन वो चुदने को बेताब थी। मैंने उन्हें धके देने सुरु कर दिया था। मैं बहोत थक गया था इसलिए ज्यादा जोर से नहीं चोद पा रहा था। सईद उन्हें भी मज़ा नही आ रहा था तो वो मुझे निचे कर के ऊपर आ गयी। अब वो लण्ड को चूत में ले ली उनका वजन थोड़ा भारी लेकिन वो मैं उन्हें धके दने लगा था।

अब आंटी जोर जोर से आगे पीछे कर के अपनी कामवासना को सांत कर रही थी। उनकी चुचिया झूल रही थी वो चुचियो को पकड़ ली और कूद के चुदने लगी। वो खुद के साथ साथ मुझे भी चर्मसुख की प्राप्ति दे रही थी। आंटी मेरे साथ काफी दिनों के चूत की आग को बुझा रही थी। मैंने उन्हें चोद के संतुष्ट कर दिया था। मैं उनके साथ वैसे ही सो गया था अगली सुबह गर्लफ्रैंड के उठने से पहले मैं निकल गया था।

अब तो मैं गर्लफ्रैंड को भी चोद देता हूं खुले आम और जब मौका मिलता है तो उसकी मम्मी को भी चोद देता हूँ। मैं अपनी एक और स्टोरी लिखने वाला हूँ जिसमे मैंने गर्लफ्रैंड और उसकी मम्मी को साथ मे चोदा।

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