पड़ोस वाली सविता भाभी की चुदाई

हेलो दोस्तों मेरा नाम अलोक है और में 20 साल का हूँ आज में फिर से पके सामने हाजिर हूँ एक नई सेक्स कहानी लेकर.दोस्तों ये बात 2 महीने पुराणी है जब हमारे पड़ोस में एक सुन्दर सेक्सी भाभी रहती थी जिसका नाम सविता है में उन्हें सविता भाभी बोलता था. सविता भाभी की के बड़ेऔर गोल बूब्स और जवानी को देख कर कोई भी आदमी उनपर मर मिटे. वो एक शादी शुदा औरत थी और उनकी जवानी को देखकर सभी लोग हैरान हो जाते थे |

उसके पति का नाम नविन है. और वो एक बड़े से कारखाने में काम करता था. सविता भाभी 25 साल की थी और उनका पति उनसे उम्र में बहुत बड़ा था. इस कहानी को शुरू करने से पहले में बता दू की इस कहानी में तीन किरेदार है. में सविता भाभी और मेरा बड़ा भाई अंकित मेरे बड़े भाई ककी शादी हो चुकी है और उसकी बीवी क नाम सुमन है |

दोस्तों में आपको बता दू की सुमन भाभी भी बहुत ही सुन्दर है और पता नहीं मेरे बड़े भाई अलोक क्यों इस सविता भाभी के चंगुल में फस गए. शायद सविता भाभी के बड़े और गोल बूब्स की जवानी ने उनको अपनी तरफ आकर्षित किया होगा. दोस्तों मेने अपने नाम तो बता दिया और में दू की में 20 साल का हूँ और मई मेडिकल का पढ़ाई कर रहा हूँ |

अब में बिना वक़्त बर्बाद अपने कहानी पर आता हूँ. यह बात उन दिन की है जब में अपने कालेज की छुट्टियों में घर गया था. मैंने जब सविता भाभी को देखा तो मैंने भी भाभी पर लाइन मरना चालू कर दिया क्यों की बहुत दिन हो चुके थे और में एक नई छूट की तलाश में था मैना सोचा की अगर ये भाभी सेट हो जाती है तो सही है वर्ण किसी और लड़की का जुगाड़ करना पड़ेगा क्यों की मैंने बहुत दिन से सेक्स के लिए तरप रहा था |

दोस्तों मैंने अपने कालेज में एक गर्लफ्रेंड बना लिया था उसका नाम सलोनी था और मेरे जब भी मन करता तो में उनकी चुदाई कर के अपने लुंड की प्यास को भुझे लेता था लेकिन मुझे घर ए हुए एक हफ्ता हो चूका था और में सविता भाभी की चुदाई के मौके खोज रहा था.

मैंने कैसे कैसे भी कर के भाभी का नंबर जुगाड़ कर लिया और में उनको मैसेज करने लगा पहले तो उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं दिया पर धीरे हमारी बाते होने लगी और धीरे धीरे मैंने उनसे प्यार मोह्हबत की बाते करना लगा और कुछ दिन बाद मैंने हॉट मैसेज भी करने लगा. में मजाक में उनके फिगर और बूब्स के बहुत तारीफ करता था |

में उनसे मिलने के लिए बहुत बेक़रार था लेकिन वो हर बार अपने पति कर कोई बहाना बनाकर मन कर देती थी. अब में उनसे हर दोपहर में सेक्स की बाते किया करता था और में बाथरूम में जाकर उनके नाम का मुठ मर लिया करता था |

एक दिन की बात है सविता भाभी ने मुझे दोपहर में कॉल किया और बोली की घर आ जाओ. में समाज चूका था की आज मेरे लंड को चुत मिलने वाली हैं. मैंने थोड़ी देर बाद अपने घर के पीछे के रस्ते से सविता भाभी के घर में घुस गया. सविता भाभी ढीली निघ्त्य पहन कर मेरा इंतज़ार कर रही थी |

जब में वह गया वो मुझे देख कर स्माइल दी और अंदर कमरे में चलने के लिए कहा. भाभी ने ब्रा नहीं पहनी थी क्यू की भी के बूब्स उछल रहे थे. में भाभी को ऊपर से निचे तक देखता रह गया क्यों की उस दिन वो कमल लगी थी. उसके बाद मैंने भाभी झट से कहा भाभी आप तो सामने में और भी सेक्सी लगती हो. फिर वो हसने लगी |

मैंने उनसे कहा की भाभी मुझे आपकी पूरी बॉडी को देखना हैं. भाभी को तो सिर्फ कहने की देर थी वो वो अपने गोल बूब्स निकल कर खरी हो गई और वो अपने मस्त गाड़ हो हिलने लगी. में भाभी को देखकर बहुत उततेजित होने लगा ऐसा लग रहा था की मेरा लंड मेरी पैंट से बहार निकल आएगा | थोड़ी देर बाद मैंने अपना लंड बहार निकल दिय और भाभी मेरा लंड देखकर हसने लगी |

में समाज गया की भाभी चुदवाने के लिए बेक़रार हैं उसके बाद भाभी मेरे करीब आयी और मैंने भाभी के बूब्स को दबाने लगा जैसे ही मैंने भाभी के बूब्स को दबाना और भाभी आह आह आहे उह उह की आवाज निकल ने लगी. भाभी बहित ही चुदासी थी थोड़ी देर बूब्स दबाने के बाद मैंने अपना लंड भाभी के हाथ में दे दिया और और वो मेरे लंड को बड़े प्यार से सहलाने लगी और मुझे बहुत मज़ा आने लगा जब मेरे लंड को भाभी चूस रही थी तब मेरे मुँह से भी आह निकल गई |

भाभी मेरे मंद को आइसक्रीम के जैसे चूस रही थी अचानक से भाभी ने अपने खिड़की की तरफ देखा और मेरा लंड अपने मुँह से बहार निकल दिया. मैंने झट से खिड़की की तरफ देखा तो में घबरा गया क्यों की अंकित भाई वहां खड़े थे और वो सविता भाभी और मुझे ही देख रहे थे |

मुझे लगा की भाई ने मुझे यहाँ आतेहुए जरूर देखा लिया होगा लेकिन अंकित भाई को देख के सविता तो बिलकुल नार्मल थी. वो तो आराम से वही बैठी हुई थी और उसके बाद उसने जो कहा उससे मई दांग रह गया.

सविता भाभी ने कहा : अंकित आज तुम बिना बताये ही आज आ गए?
अंकित भाई ने कुछ नहीं कहा फिर मैंने सोचा की कही भाभी और इसका चक्कर तो नहीं

थोड़ी देर बाद भाई ने मुझे देखा और भाभी से कहा की इतने छोटे लड़को को क्यों फसाती हो
भाभी ने कहा : अरे ये छोटा कहा हैं इसका लंड तो देख तेरे से भी बड़ा हैं और आज लगता हैं बहुत ही अच्छा दिन हैं तभी तो तुम आ गए साथ ही में. आज तुम दोनों आ जाओ मुझे कोई दिक्कत नहीं हैं |

निखिल भाई थोड़ी देर वही पर खड़े रहकर भाई भाभी को घूरने लगे. फिर भाभी कहने लगी अंकित अगर तुम्हे रुकना हैं तो रूको वरना चले जाओ. और भाभी ने कहा की देखो अंकित तुमने इस कुछ भी भी किया तो में तुम्हारा सच सबको बता दूंगा |

थोड़ी देर अंकित भाई सोचने के बाद आ गए और सविता भाभी ने उनकी पैंट में हाथ डालकर उनका लंड बाहर निकल दिया और फिर मैंने भाई लंड देखा और सोचा की सच में मेरा लंड मेरे भाई से बड़ा हैं. भाभी एक हाथ से भाई का लंड हिला रही थी और मेरा लंड फिर से चूसने लगी लगी | थोड़ी देर बाद भाभी ने मेरा लंड को छोड़कर भाई का लंड चूसने लगी |

फिर मैंने भाभी के चुत पर लंड रखकर एक जोरदार धक्का दिया और भाभी की आह निकल गई फिर मैंने भाभी को धीरे धीरे चोदना चालू किया और भाभी आह आह कर रही थी फिर मैंने अपने लंड की स्पीड बढ़ा दी और वो मज़े में चुदने लगी. मेरा भाई मेरा स्पीड को देख रहा था और मेरा लंड भाभी की चुत की गहराइयों को छू रहा था |

अंकित भाई ने सविता भाभी के बाल पकड़ लिए थे और वो भी मुँह में चोद रहे थे दस मिनट के बाद मुझे लगा की मेरा अब निकल ने वाला हैं में अपना लंड जोर जोर से भाभी की चुत मरने लगा. और थोड़ी देर में मेरा विर्या निकल ने लगा मैंने अपना माल भाभी की चुत में ही भर दिया मैंने भाभी को कहा ले रंडी ले मेरा पानी तेरी चुत में के अंदर |

अंकित भाई भाई अब अपना लंड भाभी के मुँह से निकल कर भाभी के चुत में दाल दिया फिर अंकित भाई ने इसरा करते हुए बाहर जाने को कहा. भाभी की चुदाई वो अकेले ही करना चाहते थे शायद. में बाहर चला गया और दरवाजे के पीछे से भाभी की चुदाई देखने लगा. अंकित भाई से चुदवाते देख मुझे बड़ा मज़ा आ रहा हैं फिर मई थोड़ी देर बाद वहां से चला गया और जब तक मेरी छुट्टी थी तब तक में भाभी को हर दिन चोदता था |

दोस्तों आपको मेरी यह भाभी की चुदाई कहानी कैसी लगी इसके बारे में जरूर मुझे बताना. कहानी पर कमेंट भी करना ताकि मुझे पता लग सके कि कहानी में आपको मजा आया या नहीं. अगर यह कहानी आपको अच्छी लगी तो आप आप इस लिखे और दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे.

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