लॉक डाउन में गांव की छोरी को चोदा

हेलो दोस्तो मेरे नाम अंकित है। मैं बिहार के सिवान जिले का रहने वाला हूं मेरी उम्र अभी 21 साल है। मै दिखने मे काफी अच्छा हूँ, अच्छी खासी बॉडी है और लूक भी स्मार्ट है। वैसे तो मै बचपन से ही होस्टल में रहा हु तो गाँव के बारे मे मुझे कुछ नही पता था न ही मै मुझे यहाँ रहने मे मन लगता था। मै अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए दिल्ली के एक कॉलेज में पढ़ाई करता था और वही रेहता था।

काफी दिनों बाद होली में मै घर आया था, लेकिन कोरोना वायरस फैलने के कारण कॉलेज बन्द हो गया। मैंने भी सोचो इतने दिनों बाद आया हूँ तो कुछ1दिन रुक जाता हूँ। लेकिन मुझे क्या पता था मैं यहाँ फस जाऊंगा। 23 तारिक को मोदीजी ने लॉकडौन का ऐलान कर दिया।अब मै गया गाँव मे फस क्योंकि अब तो कहि जा नही सकता था।

कुछ दिनों बाद ऐलान हुआ कि गांव के किसान खेती कर सकते है। और मेरे घर मे बहोत बारे पैमाने पे खेती होती है।मेरे पापा जमींदार में से है तो हमारे खेत मे बहोत से मजदूर काम करने भी आते है। अब मै तो दिल्ली रहता था वहाँ मेरी इक गर्लफ्रैंड थी जिसके साथ अक्सर मैं सेक्स किया करता था। मैं अपने फ्लैट में अकेला रहता था तो जब मन करता उसे बुला लेता था। लेकिन यहाँ आने के बाद तो चुदाई का मज़ा मिलने से रहा। अब दोस्तो आपमे से जो लोग सेक्स कर चुके है उन्हें तो पता होगा कितना मज़ा आता है। इसलिए मै सेक्स करने को तड़प रहा था। Yeh Antarvasna Hindi Sex Story aap Bhabikichudayi.online par Padh rahe hai.

घर मे बैठे बैठे ऐसे भी मन नही लग रहा था।तो मैने भी सोचो क्यों न खेत घूम आये। मैने मुनीम जी से कहा मुझे भी खेत घूमने ले चलिए। कल सुबह होके मै खेत गया, वहाँ बहोत सारे मजदूर काम कर रहे थे। मैने ध्यन दिया इक महिला के साथ एक लड़की भी काम कर रही थी। मैं घूमता हुआ हुआ उसके पास गया और उस लड़की पे ध्यन दिया वो काफी खूबसूरत लड़की थी। नीचे बैठ के वो काम कर रही उससे थोड़ा दूर होके उसके सामने जाके खरा हो गया। मै उसके बूब्स पे ध्यन देने लगा उसके बूब्स एकदम गोल मटोल थे। करीबन उसके बूब्स का साइज 32 होगा, मुझे साफ साफ उसका साइज पताचल रहा था।

मेरे दिमाग मे अब उसे चोदने की इच्छा जग गयी, मन मे आया अभी इसी खेत मे चोद दु इसको। उसके बाद मे वहा से घर चला आया और उसको चोदने के बारे में सोचने लगा । वो लड़की मेर मन को भा गयी थी। मैने रात को उसको सोच के मुठ भी मारी। अगले सुबह मैने कुछ लोग प्लान बनाया, मै फिर से खेत चला गया। मैने मुनीम जी से कहा कि मैने ध्यन दिया है घर में काम करने के लिए लोगो की कमी है आप यहाँ से किसी को घर पे काम पे लगा दीजिए। उन्होंने बोला ठीक है, तो मै बोला ऐसा करो की उस महिला को कल से घर पे काम पे बुला लो। तो मुनीम जी ने कहा वो अकेले नही है उसकी बेटी भी साथ मे काम करती है। मैने कहा कोई बात नही दोनो मिल के काम कर दिया करेंगे और तबले का भी कम देख लेगी । बेचारी बुरी भी है। उन्होंने कहा ठीक है कल से दोनों आ जयेगी। Yeh Antarvasna Hindi Sex Story aap Bhabikichudayi.online par Padh rahe hai.

कल होके दोनो माँ बेटी घर आने लगी काम पे, वे मुझे आके ध्य्न्यबाद कहा क्योंकि उन्हें खेत से कम मेहनत करनी पड़ती घर मे क्योंकि घर मे सिर्फ मेरी माँ पाप और छोटा भाई रहता था और मैं, वो लोग अपने काम मे गए। मैने उसकी लड़की से नाम पूछा उसने अपना नाम
ज्योति बताया। वो महज 18साल की थी और उसने 12 क्लास का परीक्षा दिया था। लॉकडौन होने के कारण माँ का काम मे हाथ बताने अति थी। मैने धीरे धीरे उसपे ध्यन देना चालू किया और उससे नाजदिकया बढ़ाने की कोशिस करने लगा। वो भी मेरी और आकर्षित हो रही थी।

इक दिन वो मेरे कमरे में आई मुझे चाय देने के लिए। मैंने उसका उसका हाथ पकड़ लिया और उसे बोला ज्योति तुम मुझे बहोत अछि लगती हो। तुम बहोत सूंदर हो, वो डर गई और कहने लगी साहब छोड़ दो कोई देख लेगा। मैंने उससे कहा क्या मैं तुम्हे अच्छा नही लगता हूँ। उसने कहा लगते है लेकिन मैं यहाँ नही रुक सकती मेरी माँ खोजने लगेगी। और भाग के चली गयी। मै सोचने लगा इतनी मेहनत से इन्हें घर पे लाया लेकिन कुछ कर नही पाया।

एक दिन मैंने अपने बालकॉनी से देखा ज्योति अकेले आ रही है। मैं झट से नीचे गया और पूछा तुम्हरी माँ नही आई तो वो बोली माँ की तबयत खराब थी इसलिए नही आई। मेरे दिमाग मे आया आज मौका है इसे चोदने का। मैने उसे कहा तुम पहले मेरी कमरे की सफाई कर दो
उसके बाद कोई काम करना। वो मेरे कमरे मे चली गई, मैने घर मे कह दिया आज वो माँ बेटी काम पे नही आएगी उसकी माँ की तबयत ठीक नही है। मै अपने कमरे मे गया और जते समय कह दिया मेरा खाना रूम में भेज देने मैं थोड़ा बिजी हु आज। जाते ही मैंने गेट बंद कर दिया , ज्योति ने बोला साहब रूम तो साफ है। मैंने कहा रूम साफ है मगर मेरा मन गन्दा है। वो बोली मै समझी नही, मैंने उसके पास गया और अपने गले से लगा लिया। यह अन्तर्वासना हिंदी कहानी आप bhabikichudayi.online आप पर पढ़ रहे है.

वो कहने लगी साहब छोर दो कोई आ जयगे मुझे डर लग रहा। मैंने कहा मेरे कमरे में मेरे इजाजत के बगैर कोई नही आता है, और तो आज तुम्हरी माँ भी नही आई है। तुम डरो नही और मैं उसे चूमने लगा।
वो मेरा विरोध करना चाह रही थी मगर कुछ कह नही रही थी। उसके बाद उसके बूब्स दबने लगा।

उसके मुँह से आह निकल गयी उसे बहोत अजीब सा होने लगा मैंने देर ना करते हुए उसके सूट खोल दिया और पैजामा भी खोल दिया। वो मेरे सामने ब्रा पेंटी में खरी थी। और उसे श्रम आ रही थी। मैंने अपने कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया। क्योंकि मुझसे रुका नही जा रहा था । काफी दिनों की तलब मची हुई थी। मैन उसे बेड पे लिटा दिया और उसके ऊपर जेक बैठ गया और अपना लौरा उसके मुंह मे डालने लगा वो मना करने लगी।

मैंने ये सब कभी नही किया मुझे अच्छा नही लग रहा। मैंने कहा कोई बात नही अब अच्छा लगने लगेगा। उसके मुँह लण्ड डाल दिया और आगे पीछे करने लगा। उसे लण्ड चूसना नही आ रहा तो मैंने भी निकाल दिया और उसकी ब्रा पेंटी खोल दी। क्या सेक्सी फिगर थी उसकी 18 साल की जवानी झलक रही थी। मै उसके बूबस के साथ खेलने लगे और जोर जोर से दबाने लगा। वो मोअन कर रही रही और बोली दर्द हो रहा। लेकिन मैंने मन भर उसकी चुचियो को दबाया।

आब मैं उसकी चूत पे आया, उसकी चूत पे बहोत सारे बाल थे। मैंने सोचा कोई बात नही चूत मिल रही है ना। मैंने उसकी चूत पे रखा और अन्दर डाला थोड़ा अंदर जते है उसकी मुँह से चीख निकलने वाली थी कि मैने उसका मुह बन्द कर दिया। और एक हाथ से उसका चूची पकड़ा और कस के धका लगया और पूरा लण्ड अन्दर चल गया। उसकी आँखों से आंसू निकल गए और वो ट्रपने लगी। मैं थोड़ा रुक के उसे ढके लगने लगा। यह अन्तर्वासना हिंदी कहानी आप bhabikichudayi.online आप पर पढ़ रहे है.

वो चटपटा रही थी लेकिन मैं उसे चोदे जा रहा था और उसकी मुँह को बंद किये हुए था। उसकी मैंने सील टोरी थी उसकी चूत से खून निकल रही थी। कुछ देर चुदाई के बाद उसे आराम हुआ तो मैंने और स्पीड बढ़ा दी। अब उसे भी अच्छा लग रहा था थोरे देर में वो झर गयी। करीब 25मिनट चुदाई के बाद मैं भी झर गया। थोरे देर मैं लेता रहा।

कुछ देर बाद मेरे लण्ड फिर से खड़ा हो गया और बोला चलो अब लेट जाओ अब पीछे से चोदू गा मैं वो बोली अब रहने देने तो मैने अभी तो बहोत चुदाई बाकी है। उस दिन मैने उसे 4 घण्टे चोदा उसकी हालत खराब हो गयी थी। मैंने उसे सभी पोज़ में चोदा। उसके बाढ़ उसे चलने में नही हो रहा था। मैंने चुपके से उसे पीछे के गेट से बाहर किया और बोला तुम आगे रुको मैं तुम्हे गाड़ी में छोर देता हूं। उसके बाद मैंने कार निकली और उसे घर छोर आया।

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