Hindi Sex Stories – मैं काफी दिनों से हिन्दी सेक्स स्टोरी और अन्तर्वासना सेक्स स्टोरी पढ़ता आया हूँ। मैं रोज एक कहानी पढ़ता हूँ और रोज मूठ भी मरता हूँ। मेरी जिंदगी ऐसी ही चल रही थी तो मुझे भी इस मुठमारी जिंदगी में सेक्स करने का मौका मिला तो वही सेक्स की दास्तां मैं आज आप सभी सेक्स स्टोरी पढ़ने वाले को बताने जा रहा हूँ।
मैं रत्नेश, मेरी उम्र अभी 23 साल है। मेरा घर पंजाब के अमृतसर में है। मैं पुणे में रह के अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा था। इसी बीच मेरे बहन के सादी फिक्स हो गयी तो मैं अपने घर आया हुआ था। मैं सादी की तैयारी में लगा हुआ था हमारे यहाँ बहोत सारे गेस्ट भी आ रहे थे। मेरे बड़े भैया के ससुराल से भी काफी लोग आने वाले थे।
भैया ने मुझे उन्हें लेने के लिए स्टेशन भेज दिया जिनमे उनका छोटा साला , उनके सास ससुर और उनकी साली भी आई थी। मैं तो उनकी साली को देख दंग रह गया। वो बहोत खूबसूरत थी। मैं उसे पहली बार देखे रहा था भैया के सादी में मेरी नज़र उसके ऊपर कभी नही परी थी।
वो एकदम हेरोइन की तरह लग रही थी। उसने एकदम टाइट जीन्स और टॉप पहना हुआ था। जिसमे उसकी चुचिया के साइज अच्छे से पता चल रहे थे।
स्टेशन पे तो सब लोग उसे घूर घूर के देखे जा रहे थे। उसका नाम प्रिया था। उसकी उम्र लगभग 21 साल होगी। वो एक मस्त माल थी। जिसे देख के मैं मोहित हो गया था। मैं उन्हें घर लेके गया, सादी के भाग दौड़ में भी मेरी प्रिया से अच्छी बात होने लगी थी। मैं उसके ऊपर डोरे डाल रहा था और वो मेरी ओर कीची आ रही थी। अब सादी के दिन उसने लहंगा पहना था। जिसमे वो बहोत खूबसूरत लग रही थी। उसके घाँघरा और चोली के बीच उसकी नबी ख़या गजब कातिलाना लग रही थी। मैं जब उसे पहली बार उस तरह देखा तो देखता ही रह गया।
वो सीधी से नीचे आ रही थी और मैं उपर जा रहा था। बीच मे हम मिले मैंने उसकी तारीफ की वो बोली तुम भी हैंडसम हो।मैंने उसकी कमर पकड़ ली और उसके गालो पे किश के दिया। वो कुछ नही बोली और हस के चली गयी। मुझे उससे प्यार हो गया था।। हम सादी के बीच मे खूब मस्ती कर रहे थे। हमने साथ मे खाना ख़या और उसके साथ साथ खूब टाइम स्पेंड किया। वो मेरे बहोत करीब आ गयी थी जैसे मैं उसका बॉयफ्रेंड हूँ।
सादी बहोत अच्छे से बीत गयी। हमारे कुछ रिस्तेसदार भी चले गए थे। उस शाम मैंने उसे छत पे अकेला देखा तो मैं उसके पास चला गया और अपने प्यार का इजहार कर दिया और उसके दिल मे भी मेरे लिए फीलिंग थी। मैं उसे हुग किया और फिर उसे किस कर लिया। हम एक दूसरे की नज़र में देखे जा रहे थे तो मैंने दुबारा उसे किश करने लगा। वो भी मेरे साथ किश किये जा रही थी। हमारे हाथ एक दूसरे से लड़ रहे थी मेरा एक हाथ उसकी बूबस के ऊपर चला गया।
क्योकि वो मेरे इते करीब थी कि मेरा लण्ड खरा हो और मेरे से रह नही गया। वो हाथ हटा दी और बोली यहाँ कोई आ जयेगा। मैंने भी सोचा घर मे बहोत लोग है कोई न कोई आ सकता है। मैंने उसे कहा कि जब सब सो जयंगे तो मैं तुम्हे मैसेज करूँगा। उस वक़्त तो हम नीचे आ गए। हमारे घर के सब कमरे में कोई न कोई था यहाँ तक कि मेरा रूम भी खाली नही था।
तो जब सब सो गए तो मैने उसे स्टोर रूम में आने को कहा जो छत पे ही बना हुआ था। रात को तो उस रूम से किसी को कोज काम नही होता था।
जब सब सो गए तो मैंने एक चादर और तकिया लिया और स्टोर में चला गया। उसे भी मैसेज किया कि कल तो तुम चली जाओगी मैं तुम्हरे साथ कुछ समय बिताना चाहता हूँ। वो बोली ठीक मैं आती हूँ। वो भी छिप छिपा के आ गयी। उसके रूम में आते ही मैंने उसे हग कर लिया और ई लव यू बोला, उसने भी ई लव यू तू बोला और मुझे कस के पकड़ ली। बोली कि इतने ही दिनों में मैं तुम्हरे बहोत करीब आ गयी हूँ।
मैंने चादर बिछा दिया था उसे मैंने बिठा दिया और उसे प्यार भरी बातें करने लगा। फिर मैंने उसे किस किया और वो भी मेरे साथ किश करने में लीन थी। मैं किस करता हुआ उसे लेता दिया और उसके बगल में लेट गया। उसके पूरे चेहरे को मैं चुम रहा था। उसकी गर्दन, कंधे और सीने पे भी। अब मेरा हाथ उसकी बूब्स पे गया और वो कुछ नही बोली, मैं उसे किस भी कर रहा था और साथ साथ उसके चुचियो को भी दबा रहा था। ये एहसास उसके लिए नया नही था क्योंकि वो पहले भी सेक्स लर चुकी थी।
अब मैंने उसकी टीशर्ट ऊपर कर दी और उसके ब्रा को ऊपर हटा दिया। मैं उसकी चुचियो पे टूट पड़ा था, वो बस आआह आआह कर के आहे भर रही थी। मैंने उसके दोनों चुचियो को दबोच लिया था। फिर मैं उसके बदन को चूमता हुआ उसकी नाभि पे आ गया। उसकी नाभि में आप अपना जीभ डाला तो वो सहम गई और इसस की आवाज निकली। मैंने अब उसकी पैंट को नीचे ले गया और खोल दिया।
फिर मैं उसके पैरों को चूमता हुआ उपर गया और उसकी चूत के दरार में अपना उंगली डाला। मैं लण्ड पैंट के बाहर आने के लिए आतुर हो रहा था। मैंने अपनी पेंट खोल दी। मैंने उसका हाथ लेके अपने लण्ड पे डाल दिया। वो उसे पकड़ के सहलने लगी थी। मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाला उसकी चूत एकदम टाइट सी लगी। मैंने एक उंगली डाली और उसके मुँह से ऊह आह निकली। मैं उसकी चूत में उंगली किये जा रहा था। वो मेरे लण्ड को कस के पकड़ के हिला रही थी।
कुछ देर में मैं छूट गया और वो भी बह गई थी। मैंने अब फिर से उसकी चुचियो को चुसने लगा था। उसकि निप्पल को काट रहा था और जोर जोर से दबा रहा था। ऐसा करते करते कुछ देर में मेरा लण्ड फिर से खड़ा ही गया। अब मैं प्रिया की चूत चोदने वाला था। उसकी पेंटी निकाल दी मैन और उसकी ब्रा को भी हटा दिया। हम दोनों पूरे के पूरे नंगे हो गए थे।
वो बोली आराम से करना बहोत दिनों के बाद ये अंदर जयेंगे। मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पे लगया और अंदर धकेला मेरा लण्ड का टोपा अंदर गया कि उसे दर्द होने लगा।। मैंने फिर से जोर लगाया और लण्ड अंदर चला गया। उसे दर्द होने लगा था लेकिन वो अपना आवाज दबा के रखी हुई थी। मैंने भी धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा। जब मुझे लगा कि अब उसका दर्द आराम है तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। कुछ देर में उसे भी मजा आने लगा था।
मैंने उसकी टांग को उपर उतया अपने ऊपर डाला और लगा अपने रफ्तार में चोदने। वो अब एकदम से होश में नही थी। हमारे सेक्स की आवाज पच पच कर रूम में गूज रही थी। मेरा लण्ड उसकी चूत को चोद के उसकी चूत को ढीला कर चुका था। करीब 30 मिनट के दमदार सेक्स के बाद मैं झरने वाला था। मैं लण्ड निकल के उसकी चुचियो पे ले गया और दोनों चुचियो के बीच लण्ड डाल के आगे पीछे करने लगा। कुछ देर मे मैं उसकी सीने पे झर गया।
उसके चेहरे पे एक मुस्कान थी। वो मेरे लण्ड से संतुष्ट हो गयी थी। कुछ हमारे बीच ऐसे ही चूमा चाती हुई। फिर मैंने मैं उसकी दुबारा लेने को तैयार था। उसके बाद मैंने उसकी 2 बार वो चूत मारी। फिर हम कुछ देर हग कर के लेते रहे। तब वो अपने रूम में चली गयी और मैं अपने रूम।